Kerala News: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को दिखाए गए काले झंडे, एसएफआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प
राज्यपाल जंगली हाथियों द्वारा मारे गए आरिफ मोहम्मद अजीश के परिवार से मिलने जा रहे थे. वायनाड की ओर जाते वक्त राज्यपाल को विरोध का सामना करना पड़ा
केरल, Kerala News: स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं ने रविवार शाम मट्टनूर में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को काले झंडे दिखाए। इसके बाद एसएफआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
वायनाड की ओर जाते वक्त राज्यपाल को विरोध का सामना करना पड़ा
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान कन्नूर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचे और वहां से वायनाड की ओर जा रहे थे. दरअसल, राज्यपाल जंगली हाथियों द्वारा मारे गए आरिफ मोहम्मद अजीश के परिवार से मिलने जा रहे थे. वायनाड की ओर जाते वक्त राज्यपाल को विरोध का सामना करना पड़ा.
#WATCH | Kerala: SFI (Students Federation of India) workers showed black flags to Kerala Governor Arif Mohammed Khan in Mattannur.
The workers were detained by police after they clashed with Police. (18.2) pic.twitter.com/KI09v1OoW9
— ANI (@ANI) February 18, 2024
प्रदर्शन सोमवार तक जारी रहेगा
मट्टनूर शहर में कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़पें हुईं। कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर हिरासत में लिये गये एसएफआई कार्यकर्ताओं की पिटाई का आरोप लगाते हुए पुलिस वाहन को रोक दिया. कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह प्रदर्शन सोमवार तक जारी रहेगा.
कांग्रेस सांसद ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात
इससे पहले रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी वायनाड में वन विभाग के वॉचर वीपी पॉल के आवास पर पहुंचे. दरअसल, वीपी पॉल पर भी जंगली हाथियों ने हमला कर उन्हें मार डाला था. कांग्रेस सांसद ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात. शनिवार को वायनाड जिले के पुल्लापल्ली के पास पक्कम में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मामले में राहुल गांधी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को पत्र भी लिखा. उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले पर कार्रवाई करने की मांग की है.
केरल सरकार ने पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपये मुआवजा और…
केरल वन विभाग के मंत्री एके ससीन्द्रन के अनुसार, पीड़ित पर हमला तब हुआ जब हाथी मननथावडी के पास एक आवासीय क्षेत्र में घुस गया। इस घटना के बाद केरल सरकार ने पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया है. वहीं, मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर राज्य के आला अधिकारियों को एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करने का भी निर्देश दिया.